राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लिखा, ‘केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के निधन का सुनकर मुझे दुख हुआ. उनका जाना देश और खासकर कर्नाटक के लोगों के लिए बड़ा झटका है. उनके परिवार, सहकर्मी और उनसे जुड़े अनगिनत लोगों के साथ मेरी संवेदना है.’
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अनंत कुमार के निधन पर शोक जताया. उन्होंने लिखा, ‘केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ. उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदना है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.’
लिंगायत नेता बीएस येदियुरप्पा के साथ मिलकर कर्नाटक में बीजेपी को सत्ता तक पहुंचाने में अनंत कुमार की अहम भूमिका रही. इन नेताओं के प्रयासों का ही नतीजा था कि कर्नाटक के रूप में दक्षिण में पहली बार बीजेपी का ‘कमल’ खिला. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दृढ़ विचारक, संगठन के मजबूत स्तंभ, बेंगलुरु के ‘सबसे ज्यादा पसंद’ किए जाने वाले सांसद और संयुक्त राष्ट्र में कन्नड़ में बोलने वाले पहले व्यक्ति रहे, जो जो केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के व्यक्तित्व से परिचय कराती हैं.
अनंत कुमार दक्षिण बेंगलुरु सीट से लोकसभा सांसद थे. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में उनके जिम्मे दो अहम मंत्रालय थे. मई 2014 से वह रासायन एंव उर्वरक मंत्रालय संभाल रहे थे, वहीं जुलाई 2016 में उन्हें संसदीय कार्य मंत्री बनाया गया था.