नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर में रमजान के दौरान आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों के जिस ऑपरेशन पर रोक लगाई गई थी सूत्रों के मुताबिक अब उसे आगे नहीं बढ़ाया जाएगा. सूत्रों के हवाले से खबर है सरकार ने सुरक्षाबलों की सलाह के बाद गृह मंत्रालय ने यह फैसला लिया है. इस फैसले के बाद से अब कश्मीर में सुरक्षाबलों को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने की छूट होगी. बता दें कि सरकार ने रमजान के महीने के दौरान कश्मीर में ऑपरेशन नहीं करने का ऐलान किया था. इस आदेश के साथ ही गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यह भी कहा था, ‘कश्मीर में ‘सीजफायर’ नहीं है बल्कि ‘सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन’ (कार्रवाई कुछ समय के लिए रोक देना) है. उन्होंने यह भी कहा था कि सेना हाथ बांधकर नहीं बैठी है.किसी भी आतंकी गतिविधि के होने पर हम ऑपरेशन दोबारा शुरू करेंगे.
बता दें कि हाल ही दिनों में कश्मीर में सेना के ऑपरेशन पर सस्पेंशन के बाद आतंकियों ने फिर से सिर उठाना शुरू कर दिया है. रमजान के महीने में ही कई बार आतंकियों ने भारतीय सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है. 19 मई से अब तक हुए आतंकी हमलों में सुरक्षाबलों ने 17 आतंकियों को मार गिराया है. वहीं इस दौरान सुरक्षाबलों के 4 जवान शहीद हुए है.
14 जूनः जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के एक दल पर हमला किया. पुलिस ने बताया कि हमले में किसी की जान नहीं गई. आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है.
14 जून: जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा जिले में एक मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए और सेना का एक जवान भी शहीद हो गया.
13 जूनः कश्मीर के शोपियां जिले में संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा की गई अंधाधुंध गोलीबारी में आज एक पुलिसकर्मी और उसकी बहन घायल हो गई। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादी पुलिसकर्मी के घर में घुस गये और लोगों पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं.
6 जूनः उत्तर कश्मीर के बांदीपुरा इलाके में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक शिविर पर फिदायीन हमला हुआ है. इस शिविर में चार आतंकवादी, जो संभवत: लश्कर-ए-तैयबा के थे, हमले को अंजाम दे रहे थे. एक अधिकारी ने बताया कि कमांडेंट सहित अन्य सुरक्षाकर्मियों के तुरंत हरकत में आने से आतंकवादियों का हमला नाकाम हो गया, वरना कई लोगों की जान जा सकती थी.
5 जूनः बांदीपोरा में सेना की पोस्ट पर आतंकियों ने हमला किया था. ये हमला हाजिन में तैनात 13 राष्ट्रीय राइफल्स की एक कंपनी पर किया गया. आतंकियों ने कैंप पर दो तरफ से फायरिंग की थी. इस हमले को 4-5 आतंकियों ने अंजाम दिया था.
ऑपरेशन ऑल आउट
गौरतलब है कि कश्मीर में रमजान के चलते सेना ने ऑपरेशन नहीं करने की घोषणा की थी. इसी के चलते आतंकियों ने सिर उठाना शुरू कर दिया और सेना के कैंप में घुसकर हमला करने लगे है. सेना द्वारा आतंकियों के सफाए के लिए चलाए गए ऑपरेशन ऑल आउट के तहत साल 2018 में ही 19 मई तक 89 आतंकियों को मार गिराया है. वहीं 6 आतंकियों ने सरेंडर किया और मुख्यधारा में वापस लौटे.14 मई को भारत सरकार द्वारा रमजान में ऑपरेशन ना करने के ऐलान यदि ना किया गया होता तो यह संख्या इससे ज्यादा हो सकती थी.
साल 2017 में ही ऑपरेशन ऑल आउट के तहत 220 आतंकी मारे गए थे. वहीं 82 युवाओं को सेना और सुरक्षाबलों ने आतंक का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में वापस लाने में मदद की. इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सुरक्षाबलों के करीब 78 जवान शहीद हुए.