नई दिल्ली: पशुओं के अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था पीपुल्स फॉर दि एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर लोगों से अपील की है कि वो गाय का घी इस्तेमाल न करें, बल्कि इसकी जगह ‘शाकाहारी घी’ का इस्तेमाल करें. पेटा ने अपनी वेबसाइट पर शाकाहारी घी बनाने की रेसिपी भी दी है, ताकि लोग गाय का घी छोड़कर शाकाहारी घी को अपनाएं.
इतना ही नहीं, पेटा ने कहा है कि गाय का घी इस्तेमाल नहीं करने से गाय भी खुश होगी. हालांकि पेटा की इस अपील पर विवाद हो गया है. सोशल मीडिया पर कुछ लोग पूछ रहे हैं कि क्या गाय का घी शाकाहारी नहीं है, जबकि बड़ी संख्या में लोगों का कहना है कि पेटा कुछ हफ्ते पहले बकरीद पर कहां थी. पेटा ने ट्वीट किया है, ‘जन्माष्टमी के शुभ अवसर का उत्सव शाकाहारी घी और अन्य गैर-डेयरी उत्पादों का इस्तेमाल करके मनाइए, इससे गाय भी खुश रहेंगी.’ पेटा ने ‘शाकाहारी घी’ बनाने का एक वीडियो भी पोस्ट किया है और अपनी वेबसाइट ऐसा घी बनाने की विधि भी दी है.
सामग्री – 250 एमएल नारियल का तेल, 2-3 अमरूद की पत्तियां, 3-4 करी पत्ता, चुटकी भर नमक, हल्दी और हींग.
विधि – धीमी आंच पर पैन रखें और उसमें नारियल का तेल डाले. अमरूद और करी पत्ते डालें. अब हल्दी, नमक और हींग डालें. पांच मिनट उबालें. ठंडा होने दें. बस तैयार हैं पेटा का ‘शाकाहारी घी’
लोगों ने कहा कि बकरीद पर कहां थे
पेटा की इस नसीहत को सुनकर सोशल मीडिया लोगों ने जमकर खरीखोटी सुनाई.
मकरंद परांजपे ने लिखा कि लेकिन क्या तुम्हें नहीं पता कि वनस्पति घी सेहत के लिए बुरा है. खैर… अचानक जन्माष्टमी के दिन शाकाहारी घी की याद कैसे आ गई. मैं ये नहीं पूछूंगा कि बकरीद के लिए तुम्हारे पशु प्रेम को क्या हो गया था.